जस्थुजू वो नहीं जिसमें मंज़िल हो
जज्बा वो नहीं जो पल भर का हो
ख्वाब वो नहीं जिन्हें लिए तुम सोते हो
ख्वाहिश वो नहीं जो आसानी से मिलती हो
लम्हा वो खास नहीं जिसमें उल्फत ना हो
फितूर वो नहीं जिस खातिर तुम फ़ना ना हो
बदनसीब है वो जिनका इश्क़ समय के साथ कम हो
इनायत उनको ही जो इश्क़ से इश्क़ कर बैठे हो
We all are aberrant from the ways of this world in one way or another | Sub-Editor at Smartprix.com